Dear,
बे इल्म का जीना भी इक तरह का मरना है
वाकई ये एक हकीकत है की इन्सान को दुनिया में एक अच्छी ज़िन्दगी गुजारने के लिए तालीम याफ्ता होना बहुत ज़रूरी है चाहे वोह औरत हो या मर्द । मगर औरत का तालीम हासिल करना कुछ ज़्यादा ही अहम् है क्यों की अगर एक औरत तालीम हासिल करे गी तो उससे एक खानदान की सुधार होगी । लेकिन आज हम हिंदुस्तान के मुसलमानों को देखें तो हमें पता चले गा की उन में से बहुत सरे लौग़उनेहे तालीम नही देलातेहै यही वजह है की मुस्लमान आज भी हर ऐतबार से पिछडे हुए हैं जब की इस्लाम ने तालीम पर बहुत ज़ोर दिया है लिहाज़ा उन्हें इस बात पर गौर करना चाहिए और अपने बच्चो को तालीम दिलाना चाहिए ।
बे इल्म का जीना भी इक तरह का मरना है
वाकई ये एक हकीकत है की इन्सान को दुनिया में एक अच्छी ज़िन्दगी गुजारने के लिए तालीम याफ्ता होना बहुत ज़रूरी है चाहे वोह औरत हो या मर्द । मगर औरत का तालीम हासिल करना कुछ ज़्यादा ही अहम् है क्यों की अगर एक औरत तालीम हासिल करे गी तो उससे एक खानदान की सुधार होगी । लेकिन आज हम हिंदुस्तान के मुसलमानों को देखें तो हमें पता चले गा की उन में से बहुत सरे लौग़उनेहे तालीम नही देलातेहै यही वजह है की मुस्लमान आज भी हर ऐतबार से पिछडे हुए हैं जब की इस्लाम ने तालीम पर बहुत ज़ोर दिया है लिहाज़ा उन्हें इस बात पर गौर करना चाहिए और अपने बच्चो को तालीम दिलाना चाहिए ।